Thursday, May 9 2024 | Time 23:46 Hrs(IST)
 logo img
  • लोकसभा प्रत्याशी विनोद सिंह ने किया बगोदर बाजार में ब्यवसायियों और नागरिकों से संवाद
  • डीसी ने पोस्टल बैलेट मतदान केन्द्र, स्ट्रॉन्ग रूम व कोषांगों का किया औचक निरीक्षण, पारदर्शी निर्वाचन को लेकर दिए दिशा-निर्देश
  • Driving Licence लेने के लिए आपको देना होगा 'रियल लाइफ ड्राइविंग टेस्ट' !
  • कल झारखंड दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
  • कल झारखंड दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
  • भाजपा ने किया पथ सभा कार्यक्रम का आयोजन
  • रांची लोकसभा सीट के चुनावी दंगल में उतरे कुल 27 प्रत्याशी, सभी उम्मीदवार को दिए गए चुनाव चिन्ह
  • रांची लोकसभा सीट के चुनावी दंगल में उतरे कुल 27 प्रत्याशी, सभी उम्मीदवार को दिए गए चुनाव चिन्ह
  • आसमान में दिखा इंद्रधनुष लोगों ने इस नजारे का उठाया लुफ्त
  • नाला-दुमका मुख्य मार्ग में प्रतिदिन बह रहा सैकड़ों लीटर शुद्ध पेयजलापूर्ति का पानी, पाइप लीकेज
  • नशा के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 ड्रग्स तस्कर को दबोचा
  • नशा के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 ड्रग्स तस्कर को दबोचा
  • रांची में अपराध की योजना बना रहे 4 अपराधियों को पुलिस ने दबोचा
  • रांची में अपराध की योजना बना रहे 4 अपराधियों को पुलिस ने दबोचा
  • लोस चुनाव 2024 शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु कटिबद्ध है- पुलिस अधीक्षक
झारखंड


महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'

दिन भर मेहनत कर एक परिवार जंगलों से चुन पाता है 10 किलो महुआ, सूखने पर बिकते हैं 30 रुपए किलो
महुआ के 'फूलों की खुशबू' से गरीबों के जीवन में आ रही 'खुशहाली'
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत

हजारीबाग/डेस्कः हजारीबाग में मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जंगलों में महुआ के फूल गिरने लगते हैं. इन्हें इकट्ठा करने के लिए लोग मार्च से मई महीने में करीब 15 दिनों तक जंगल जाते हैं. इस दौरान महुआ के फूलों को चुनने के लिए पेड़ के नीचे की जमीन को साफ करने के लिए सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है. यही आग धीरे-धीरे पूरे जंगल में फैल जाती है. ग्रामीणों के लिए महुआ इकट्ठा करना बिना पूंजी लगाए आय का साधन है. लोगों को सिर्फ जंगल में जाकर महुआ चुनने और उसे सुखाने में मेहनत करनी पड़ती है. सूखा महुआ को व्यवसायी ग्रामीणों के घर में आकर खरीद लेते हैं. 

 

गौरतलब है कि महुआ का फूल माइनर फॉरेस्ट प्रोडक्ट है। इसे चुनने में पूरा परिवार रोज सुबह चार बजे से जुट जाता है. हर दिन सुबह से चार से पांच घंटे की मेहनत के बाद करीब 10 किलो महुआ फूल इकट्ठा कर लेता है. तीन से चार दिन धूप में सुखाने के बाद व्यवसायी 30 से 35 रुपए है प्रति किलो की दर से खरीद लेते हैं. इससे परिवार को महीने में करीब 10,500 रुपए की आमदनी हो जाती है.

 

साड़ी बिछाकर महुआ चुनने से नही लगानी पड़ेगी आग: पर्यावरणविद

जंगल को बचाने के लिए तीन दशक से मुहिम चलानेवाले पर्यावरणविद सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि एक परिवार कई पेड़ के नीचे महुआ चुनता है. महुआ इकट्ठा करने के पेड़ के नीचे पुरानी सिंथेटिक साड़ी या नेट बिछा देने से लोगों को पेड़ के नीचे से पत्ता साफ करने के लिए आग नहीं लगानी पड़ेगी. इससे जंगलों को जलने से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पुरानी साड़ियों को जोड़कर पेड़ के नीचे. बिछा देने से महुआ चुनने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. सभी फूल एक बार इकट्ठे हो जाएंगे. ग्रामीण अपने बागान को जानवरों से बचाने के लिए सिंथेटिक साड़ी का इस्तेमाल भी करते हैं.

 


 

कुछ ग्रामीणों को दिया था नेट पूर्वी वन प्रमंडल हजारीबाग ने 

कुछ ग्रामीणों को प्रायोगिक तौर पर महुआ का पुल जाम करने के लिए पतला नेट दिया था. नेट को पेड़ के नीचे बिछा देना था, ताकि पत्तों को साफ करने के लिए आग लगाने की जरूरत ना पड़े. वन क्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया की नेट देने का अपेक्षित परिणाम नहीं मिला. लोगों को यह पसंद नहीं आया. ग्रामीणों ने और नेट की मांग नहीं की.

 

जंगलों को फायर लाइन बनाने में ईमानदारी नहीं

मार्च महीने में हर साल जंगल में फायर लाइन बनाई जाती है. इसमें जंगल की जमीन पर गिरे फायर मेटेरियल के बीच एक से दो किलोमीटर पर पांच से आठ फीट चौड़ी फायर लाइन बनाई जाती है. फायर लाइन में सभी लड़कियों को हटा दिया जाता है. इससे आग फैल नहीं पाती है. सड़क के किनारे फायर लाइन बनाया जाता है लेकिन भीतरी जंगल और पहाड़ में फायर लाइन बनाने में कोताही बरती जाती है. 

 

दारू निवासी अक्षयबट प्रसाद बताते हैं कि वनकर्मी अपने अधिकारियों को दिखाने के लिए सड़क के किनारे फायर लाइन काटते हैं. गौरतलब है कि जंगल में आग लगाने के आरोपी के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने का प्रावधान है.
अधिक खबरें
पूर्व CM Hemant Soren के खिलाफ दर्ज कंप्लेन केस पर हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने सुनवाई से किया इंकार
मई 09, 2024 | 09 May 2024 | 5:42 AM

समन की अवहेलना मामले में सिविल कोर्ट के संज्ञान और आदेश के खिलाफ अब हेमंत सोरेन ने झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. लेकिन हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए हेमंत सोरेन को बड़ा झटका दिया है. दरअसल, हाईकोर्ट की सिंगल बेच ने उनकी चुनौती याचिका को सुनने से इंकार कर दिया है साथ ही कहा कि यह मामला पीएमएलए एक्ट से जुड़ा हुआ है.

Hemant Soren के खिलाफ ED की कंप्लेन केस पर 18 मई को रांची सिविल कोर्ट में होगी सुनवाई
मई 09, 2024 | 09 May 2024 | 2:05 AM

पूर्व मुख्यमंत्री और बरहेट विधायक हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी द्वारा दायर कंप्लेन केस (शिकायतवाद) पर अब 18 मई को अगली सुनवाई होगी. यह सुनवाई रांची सिविल कोर्ट के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) की कोर्ट में होगी.

निलंबित IAS छवि रंजन की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में मंगलवार को होगी अगली सुनवाई
मई 09, 2024 | 09 May 2024 | 5:00 PM

जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रांची के पूर्व डीसी और निलंबित आईएएस छवि रंजन की जमानत याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. मामले में सुनवाई के दौरान छवि रंजन की तरफ से बहस की गई.

यात्रीगण कृपया ध्यान दें ! कोडरमा के रास्‍ते देहरादून जाना हुआ आसान, जानें टाइम-टेबल
मई 09, 2024 | 09 May 2024 | 3:45 PM

ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ देखते हुए रेलवे ने झारखंड के कोडरमा जिले के मार्ग से 6 ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है. बता दें, समर स्पेशल ट्रेनें हैं, ताकि गर्मी की छुट्टियों में आप सभी को दिक्कतों का समाना करना ना पड़े. यह सभी ट्रेनें

PM मोदी के चुनावी कार्यक्रम में फिर हुए बदलाव, 11 नहीं अब 14 मई को आएंगे झारखंड
मई 09, 2024 | 09 May 2024 | 3:09 AM

लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार को लेकर पीएम मोदी एक बार फिर से झारखंड दौरे पर आएंगे. दरअसल, पीएम मोदी के चुनावी कार्यक्रम में बदलाव किए गए है. जिसके अनुसार, पीएम अब 14 मई को झारखंड दौरे पर आएंगे.